अँधेरे दूर तक फैली हुई... गुमसुम सी रातों में......,,,
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थमीं है जिन्दगी तुम बिन... यूँहीं बातों ही बातों में......!!
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तुम्हारी मुस्कुराहट पे समय अब रूक गया सा है...
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धरा की तृष्णा में आसमां भी झुक गया सा है.....
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कोई तुम बिन अकेला है..... :(
लगी है भीड़ लोगों की....
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सभी आते नज़र मुझको... कभी तुम भी नज़र आओं...
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कहीं तुम भी नज़र आओ......!!!
✍VRoy
Hello..
ReplyDeleteSuch a Beautiful lines..🥰
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